Gubbare ka aavishkar kisne kiya-गुब्बारे का आविष्कार किसने किया

आज कि इस पोस्ट में हम gubbare ka aavishkar kisne kiya तथा गर्म gubbare ka aavishkar kisne kiya यह जानकारी प्राप्त करेंगे|

गुब्बारा

गुब्बारा एक प्रकार से अधिकतर कई प्रकार की पार्टी में इस्तेमाल किया जाता है और यह गुब्बारे रबड़ के पेड़ो से मिलने वाले लेटेक्स से बनते है | देखा जाये तो इनमें हीलियम जैसी कोई गैस तथा हवाएँ भरी जाती है|

गुब्बारे को बनाने के लिए लेटेक्स को पेड़ के तने से इकट्ठा किया जाता है| जबकि लेटेक्स से बने गुब्बारे पूरी तरह से ईको फ्रेंेडली होते है| और रबड़ का एक पेड़ लगभग 40 साल तक लेटेक्स का उत्पादन करता है| रबड़ के पेड़ वर्षा वनों में उगते है| 

गुब्बारा एक ऐसा उपकरण है जो हवा के माध्यम से हवा भरने से फूलता है जब यह फुढ़ जाता है तो इसकी आवाज से लोग तथा जानवर डर जाते है जब इस गुब्बारे में कोई छेद कर दिया जाये तो गुब्बारे की हवा कुछ सेकण्डो में बाहर निकल जाती है|

यहाँ भी पढ़े :- कुर्सी का आविष्कार किसने किया?

gubbare ka aavishkar kisne kiya

gubbare ka aavishkar kisne kiya गुब्बारे का आविष्कार वैज्ञानिक प्रोफेसर माइकल फैराडे ने सन् 1824 में किया था|

गर्म हवा के गुब्बारे का इतिहास( gubbare ka aavishkar kisne kiya)

गर्म हवा के गुब्बारे को कहाँ जाये तो यह एक विमान है| जिसमे गर्म हवा का उपयोग किया जाता है| जैसे की गर्म हवा एक बड़े बैग में फंस जाती है| जिसे एक प्रकार से लिफाफा कहा जाता है| चीन में यह गुब्बारे युद्ध के दौरान सैनिकों के बीच संकेत के लिए गर्म गुब्बारे का इस्तेमाल पहली बार किया गया था|

हाइब्रिड गुब्बारे गर्म हवा से और हीलियम जैसे हल्के से हवा के गैसों या हाइड्रोजन से उछाल प्राप्त करते है| जबकि गर्म हवा के गुब्बारे कम लोकप्रिय, हाइड्रोजन तथा हीलियम की खोज के बाद हो गये है|

मोंटगोल्फियर शैली के गुब्बारे ऐसे गुब्बारे है जो कि गर्म हवा की उछाल का उपयोग करते है| जबकि आज काल के नये गुब्बारे अनिश्चित समय के लिए हवा में उड़ सकते है| और इन नये गुब्बारों की कुछ उच्चाई तय नही होती है|

एक ऐसा गर्म हवा का गुब्बारा जिसमे ताप स्रोत और इंधन लगाया होता है| जबकि यह गुब्बारा लम्बे समय से लेकर आगे तथा बाद दोनों की उडान तय करता है| और इस गुब्बारे को एड योस्ट ने बनाया था| साथ में योस्ट की पहली सफल उड़ान सन् 1960 में थी|

मोंटगोल्फियर भाइयों ने खुली लौ पर बहने वाले कपड़े को देकर गुब्बारे की उड़ान में दिलचस्पी लिया था| गुब्बारे का पहली बार उडान गर्मियों में सन् 1783 में लिया गया था| जबकि यह यात्रा 25 मिनट की थी इस में मनुष्य के तौर पर रोस्टर रखा गया था|

जानिये गर्म हवा के गुब्बारे में कौनसी गैस भरी जाती है?-gubbare ka aavishkar kisne kiya

गर्म हवा के गुब्बारों में हीलियम जैसे हल्की हवा तथा हाइड्रोजन गैस भरी जाती है|

गुब्बारे कितने प्रकार के होते है?-गुब्बारे 5 प्रकार के होते है|

  1. गैस का गुब्बारा
  2. क्लस्टर गुब्बारा
  3. गर्म हवा का गुब्बारा
  4. अल्ट्रालाइट विमान गुब्बारा
  5. प्रयोगात्मक विमान गुब्बारा

गुब्बारे का इंग्लिश नाम क्या है?

गुब्बारे को इंग्लिश में –Balloons कहते है

यहाँ भी पढ़े :- पंखा का आविष्कार किसने किया?

चार्जर का आविष्कार किसने किया?

कम्प्यूटर की जानकारी?

3 thoughts on “Gubbare ka aavishkar kisne kiya-गुब्बारे का आविष्कार किसने किया”

Leave a Comment