संसार कृषि लेख || world agriculture article

आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से संसार में होने वाली कृषि (world agriculture article) जिनमे जलवायु, वर्षा, धूप आदि कृषि किस तरह उपयोगी होती है पूरी जानकारी पढ़ेंगे|

गेहूँ की फसल -(world agriculture article)

इसे आरम्भ में कुछ शीतल जलवायु चाहिए, पकते समय हल्की गर्मी और धूप तथा बीच-बीच में कुछ वर्षा| इसके लिए चिकनी दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है| अधिक गर्मी व नमी इसके शत्रु है| यह सम-शीतोष्ण मण्डल का पौधा है| प्रायः समुद्र से दूर कम-आर्द्र मैदानों में अधिक होता है इसकी उपज के मुख्य क्षेत्र निम्नलिखित है|

संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाड़ा के प्रेअरी क्षेत्र, पश्चिमी यूरोप, भूमध्य सागरीय देश, रूस के स्टेप प्रदेश, अर्जेण्टिना के पम्पास प्रदेश, उत्तरी भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया|

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जौ की फसल -(world agriculture article)

जौ को भी लगभग गेहूँ जैसी जलवायु की आवश्यकता होती है| यह गेहूँ की अपेक्षा अधिक शीतल और अधिक वर्षा वाले प्रदेशों में भी उपजाया जा सकता है| जौ से शराब बनाते है| इसकी उपज अधिकतर रूस, जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, हंगरी और भारत में होती है|

ज्वार-बाजरा की फसल -(world agriculture article)

इन्हें प्रायः गरम-शुष्क जलवायु और उपजाऊ भूमि की आवश्यकता होती है| भारत, चीन, कोरिया, रूस के स्टेप प्रदेश, अमेरिका के प्रेअरी क्षेत्र, अर्जेण्टिना के पम्पास, मिस्र, सूडान, इथियोपिया, युगांडा, नाईजीरिया, माली, अंगोला, मौजम्बिक आदि अफ्रीकी देशों और इण्डोनेशिया के भीतरी भागों में इनकी खेती होती है|

ओट (जई)-विदेशी बाजरा की फसल -(world agriculture article)

इन्हें जौ से मिलती-जुलती व अधिक शीतल जलवायु चाहिए| इनकी खेती प्रायः रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाड़ा, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटिश द्वीप समूह आदि देशों में होती है|

मक्का की फसल -(world agriculture article)

यह मूलतः अमेरिका का पौधा है| इसे गेहूँ से अधिक गरम-आर्द्र जलवायु चाहिए| इसकी खेती संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, ब्राजील, अर्जेण्टिना, सर्बिया, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिकों और भारत में होती है|

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चावल की फसल -(world agriculture article)

इसे बहुत गर्म तथा वर्षामय जलवायु चाहिए| चावल के पौधे पहले छोटे-छोटे खेतों में लगाते है| इनके अंकुरों को कई दिन तक पानी में डूबाकर रखा जाता है| फिर इन पौधों को उखाड़ कर बड़े खेतों में फैला कर लगाया जाता है| चावल के लिए उपजाऊ दोमट मिट्टी अच्छी होती है| इसकी कृषि निम्नलिखित देशों में होती है|

चीन, भारत, जापान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इण्डोनेशिया, म्यांमार, थाईलैण्ड, मलेशिया, वियतनाम, कोरिया, ब्राजील, मैक्सिको, मडगास्कर, मिस्र, गिनी, घाना, नाइजीरिया|

गन्ना की फसल -(world agriculture article)

इससे चीनी या खाँड बनती है| इसे बहुत गर्मी और नमी उपजाऊ भूमि चाहिए| इसकी अधिक उपज भारत, जावा, वेस्ट इंडीज, मॉरिशस, हवाई द्वीप, फ़िजी, ब्राजील, नटल, क्वीन्सलैण्ड, चीन, फार्मोसा, फिलिपींस, मैक्सिको और मिस्र में होती है|

चुकन्दर की फसल -(world agriculture article)

इससे भी चीनी प्राप्त होती है| यह समशीतोष्ण भूखण्ड का पौधा है| इसे शीतल जलवायु और साधारण मिट्टी चाहिए| चुकन्दर मध्य तथा पश्चिमी यूरोप (जर्मनी, पोलैण्ड, ऑस्ट्रिया, हंगरी, रूस, ब्रिटिश द्वीप समूह, फ्रास) तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में उपजाया जाता है|

चाय की फसल -(world agriculture article)

इसे गरम आर्द्र जलवायु, पर्याप्त वर्षा और पहाड़ी ढाल चाहिए| वर्षा बहुधा होती रहने से नित्य नई पत्तियाँ निकलती है, परन्तु पानी जड़ो में रुकना नही चाहिए क्योंकि इसकी जड़े कोमल होती है| यह सबसे अधिक भारत (असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, दार्जीलिंग, कांगड़ा, नीलगिरी) में होती है| फिर चीन, श्रीलंका और जापान का नम्बर आता है| इसके अतिरिक्त यह इण्डोनेशिया (जावा), म्यांमार, मलेशिया, वियतनाम, युगांडा और केन्या में भी पैदा की जाती है|

कहवा (कॉफी) की फसल -(world agriculture article)

इसे गरम-आर्द्र जलवायु घनी वर्षा और समुद्रतल से 500-800 मीटर ऊँचाई की आवश्यकता होती है| इसकी अधिक उपज ब्राजील में होती है| यह कोलम्बिया विषुवतीय अफ्रीका, यमन, दक्षिणी भारत, मध्य अमरीका, वेस्ट इण्डीज, इण्डोनेशिया, मलेशिया, श्रीलंका, फिलीपिंस और मडगास्कर में भी होता है|

कोको की फसल -(world agriculture article)

यह भी चाय और कहवा की भाँती एक पेय पदार्थ है| यह अमेरिका के उष्ण-मण्डलीय प्रदेश का पौधा है| इसे खूब गर्मी घनी वर्षा चाहिए तथा लावा-निर्मित उपजाऊ मिट्टी चाहिए| इसकी सबसे अधिक उपज घाना में होती है| फिर नाईजीरिया और ब्राजील का नम्बर आता है| अन्य कोको-उत्पादक प्रदेश आइवरी कोस्ट, कैमरून, इक्वाडोर तथा पश्चिमी हिन्द द्वीप समूह है|

तम्बाकू की फसल –

यह उष्णमण्डलीय पौधा है परन्तु समशीतोष्ण देशों में भी पैदा होता है| गरम तथा कुछ आर्द्र जलवायु और दोमट मिट्टी इसके लिए उत्तम रहती है| यह प्रायः संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, भारत, रूस, तुर्की, जर्मनी, फ्रांस, इटली, बुल्गारिया, मिस्र, पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, इण्डोनेशिया, कोरिया, जापान, फिलीपिंस, मैक्सिको और वेस्ट इण्डीज द्वीप समूह में होता है|

कपास की फसल –

इसे कुछ गरम, आर्द्र और समान जलवायु चाहिए| वर्षा बहुत अधिक नही चाहिए| काली मिट्टी जो नमी को अपने में समाये रखती है, कपास के लिए अधिक उपयुक्त होती है| इसकी उपज अधिकतर संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, भारत, तुर्की, जर्मनी, फ्रांस, इटली, बुल्गारिया, मिस्र, पाकिस्तान, जापान, नाईजीरिया, युगांडा, सूडान, तंजानिया, मलावी, मलेशिया और इण्डोनेशिया में होती है|

रबड़ की फसल –

व्यावसायिक रबड़ इस वृक्ष के दूध से बनता है| यह विषुवतीय प्रदेश का पेड़ है| इसे अधिक गर्मी और नमी चाहिए| यह इण्डोनेशिया, मलेशिया, जाइर नदी तथा अमेजन नदी के प्रवाह प्रदेशों, थाइलैंड, नाइजीरिया, श्रीलंका, धाना, दक्षिण भारत तथा वियतनाम में उपजाया जाता है|

रेशम की फसल –

यह एक प्रकार के कीड़ो से प्राप्त होता है जो शहतूत के पत्तो पर पलते है| शहतूत के वृक्ष को कुछ गरम-आर्द्र जलवायु चाहिए| यह प्रायः चीन, जापान, इटली, फ्रांस, तुर्की, ईरान और भारत में पैदा किया जाता है|

पटसन (जूट) फसल –

इसे गरम आर्द्र जलवायु, घनी वर्षा और प्रति वर्ष बदलती रहने वाली उपजाऊ दोमट मिट्टी चाहिए| यह बांग्लादेश और भारत में सबसे अधिक होता है| कुछ चीन, थाइलैंड और ब्राजील में भी होता है|

ऊन –

(भेड़-बकरियों से) – ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंण्टिना, रूस, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, इक्वाडोर, बोलीविया, पेरू, चीन, मंगोलिया, अफगानिस्तान, भारत, कनाड़ा, संयुक्त राज्य अमेरिका, तुर्की और उरुग्वे में|

आलू की खेती –

यूरोप, रूस, अमेरिका, चीन, जापान, भारत, पेरू और अर्जेण्टिना आदि में पैदा होता है|

अंगूर, संतरा, जैतून, नींबू, अंजीर आदि –

भूमध्य सागरीय प्रदेशों, ईरान, भारत, पाकिस्तान, चीन, जापान आदि में|

सेब, नाशपाती –

यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, कोरिया, भारत, दक्षिण अफ्रीका, अर्जेंण्टिना, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में पैदा होता है|

खजूर –

(मरुदेशो में) – इराक, मिस्र, अरब, ईरान, पाकिस्तान, मोरक्को और भारत आदि में पैदा होता है|

केला –

ब्राजील, इक्वाडोर मध्य अमेरिका, पश्चिमी वेस्ट इण्डीज समूह, मध्य अफ्रीका, भारत, मलेशिया और फिलीपिंस में पैदा होता है|

मूँगफली –

भारत, चीन, नाइजीरिया, सेनेगल, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, मलेशिया और इण्डोनेशिया में पैदा होती है|

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