सुनामी क्या है:what is tsunami

what is tsunami-दोस्तों आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम सुनामी से संबंधित पूरी जानकारी इस पोस्ट में पढ़ेंगे|

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सुनामी क्या है(what is tsunami)

“सुनामी” एक जापानी भाषा का शब्द है जो दो अक्षरों “त्यु+नामी” से मिलाकर बनाया गया है| ‘त्यु’ का अर्थ है बन्दरगाह और ‘नामी’ का अर्थ है लहरें|

सुनामी लहरें महासागरों में आए शक्तिशाली भूकम्प की वजह से उठती है| विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की लहरें सिर्फ भूकंप से ही नहीं बल्कि समुद्र अथवा तटीय क्षेत्रों में भूस्खलन, ज्वालामुखी फटने और परमाणु बम विस्फोट जैसे कारणों से भी पैदा हो सकती है|

सुनामी के प्रकार

सुनामी लहरें दो तरह की होती है,

(1) सुदूर क्षेत्रीय सुनामी (FAR FIELD TSUNAMI)

यह सुनामी जो उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के तटवर्ती इलाकों के आस-पास सामान्यता जमीन धसने या पृथ्वी की प्लेटों के टकराने से आए भूकंप के कारण उठती है|

(2) निकट क्षेत्रीय सुनामी (NEAR FIELD TSUNAMI)

यह सुनामी जो तटवर्ती इलाकों में भूकंप के कारण समुद्र के भीतरी हिस्से में जमीन धसने या फिर ज्वालामुखी के फटने से उठती है| हलचल के केन्द्र से तेजी से आगे बढ़ते हुए ये लहरें एक दो घंटे का सफर तय करके तटवर्ती इलाकों में विनाश करती है|

भूकंप और ज्वालामुखी किस प्रकार “सुनामी” लहरों को प्रभावित करते है?

सुनामी लहरें समुद्र में या तटीय भागों में जबरदस्त भूगर्भीय हलचल के अलावा परमाणु बम विस्फोट और कई बार उल्कापात अथवा धूमकेतु के प्रभाव से भी उठती है|

भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार भूकंप तथा जमीन के अन्दर होने वाली अन्य हलचलों का कारण वह विभिन्न सतहे है, जिनमें पृथ्वी बनी है| पृथ्वी की भीतरी सतह ठोस, मध्य सतह तरल और बाहरी आवरण ठोस है जिन्हेँ क्रमशः कठोर भीतरी आंतरक, द्रवीभूत बाहरी आंतरक और कठोर प्रावरण कहा जाता है|

भूकंप किसे कहते है

सुनामी आने का कारण क्या है?

सुनामी क्या है? -देखा जाये तो सुनामी आने के बहुत से कारण है जबकि ज्यादातर भूकंप, जमीन धसने, किसी तरह का विस्फोट तथा ज्वालामुखी फटने आदि कारणों से सुनामी आने का कारण होता

बाहरी सतह का निर्माण विशाल प्लेटों से हुआ है| ये प्लेटें पृथ्वी के महाद्वीपों और महासागरों को सहारा देती है| वैज्ञानिक मानते है कि यह प्लेटें जब एक दूसरे के बहुत निकट aa जाती है तथा आपस में टकरा जाती है| तब परिणाम शक्तिशाली भूकंप के रूप में सामने आता है| इसकी वजह से महासागर की सतह का बड़ा हिस्सा विस्थापित हो जाता है जिस के कारण “सुनामी” लहरें उठती है|

सुनामी कौनसी भाषा है?

“सुनामी” भाषा एक जापानी भाषा है|

सुनामी शब्द किन शब्दों से मिलकर बना है?

“सुनामी’ शब्द दो शब्दों “त्यु+नामी” से मिलकर बना है| जिसमे “त्यु” का अर्थ बन्दरगाह और ‘नामी’ का अर्थ है लहरें होता है|

सुनामी लहर कब आया था?

“सुनामी” लहर सन् 2004 में आया था जिसे भूकंप और सुनामी के नाम से जाना जाता है|

जानिये “सुनामी” लहरों के किनारे पर पहुँचने के बाद के परिणाम

सुनामी लहरें उठने के कारण उत्पन्न ऊर्जा समूची जल सतह को प्रभावित करती है| सुनामी लहरों का वेग 800 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकता है| जेट विमान की भी यहीं गति होती है|

आगे वाली लहरों के बाद मूल स्थान से अन्य लहरें उठती है| इनकी अवधि 5 से 90 मिनट तथा ऊँचाई कई मीटर हो सकती है| सुनामी लहरें अक्सर उस भूकंप के बाद उठती है जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 या उससे अधिक होती है|

केन्द्र की तुलना में इन लहरों की प्रचंडता किनारे पर अधिक होती है| सुनामी लहरें जब किनारे पर पहुँचती है तो इनकी गति कम होती जाती है, परन्तु ऊँचाई बढ़ जाती है|

तीव्रता कम होने के बावजूद भी लहरें इतनी शक्ति से किनारे से प्रवेश करती है कि पानी कई किलोमीटर तक स्थल पर अन्दर चला जाता है| परिणाम-स्वरूप बाढ़ से वनस्पति का नष्ट होना व मकानों का ढह जाना शामिल है|

इनके आँकड़ो को देखा जाए तो भारत को पहले दो बार 1881 और 1941 में सुनामी लहरों का सामना करना पड़ा था| 26 दिसम्बर, 2004 को हिन्द महासागर में उठी सुनामी लहरों से दक्षिण एशिया में (इंडोनेशिया ,श्रीलंका व दक्षिण भारत में) मरने वालो की संख्या लाखों में पहुँच गयी थी| अभी जापान में आई सुनामी से भी काफी तबाई हुई है|

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