पारिस्थितिकी संबंधी शब्दावली (Terminology Related to Ecology) निम्न प्रकार से है|
आवास एवं पारिस्थितिक निकेत (Habitat and Ecological Niche)
वह स्थान जहाँ जीव निवास करता है, आवास कहलाता है, जबकि पारिस्थितिकी तंत्र में जीवन की अभिलाक्षणिक भूमिका, सहनशीलता तथा संसाधनो के उपयोग की क्षमता की स्थिति पारिस्थितिक निकेत कहलाता है| निच निकेत शब्द सर्वप्रथम ग्रिनल ने सूक्ष्मवास स्थान के वर्णन के लिए प्रयोग किया| किसी जीवधारी द्वारा वास स्थान में लिया गया निश्चित भाग, समुदाय में उसका क्रियात्मक स्तर और वातावरणीय परिवर्तन दर में उसकी स्थिति को पारिस्थितिक निच कहते है|
एक निश्चित निच में एक ही जाति रह सकती है, दो या अधिक जातियों द्वारा एक ही निच में निवास करने को पारिस्थितिक समतुल्य कहलाता है|
इकोटॉन एवं कोर प्रभाव (Ecotone and Edge Effect)
इकोटॉन वह स्थान या क्षेत्र है, जहाँ दो प्रमुख समुदायों का सम्मिश्रण होता है अथवा यह दो बायोम के बीच की विस्तृत संक्रामी पट्टी है| वन व ज्वारनदमुखी संक्रामी क्षेत्रों के उदाहरण है अतः इकोटॉन वह संकीर्ण संगम स्थान है, जो विस्तृत समुदाय प्रदेशों के बीच स्थित होते है|
इसमें कुछ जीव तो दोनों प्रदेशों में होते है, किन्तु कुछ जातियाँ केवल इकोटॉनमें सीमित रहती है| इसलिए इकोटॉन में किसी भी संलग्न बायोम की अपेक्षा जीवों की सघनता एवं विभिन्न जातियों की संख्या दोनों ही अधिक होते है| इकोटॉन की इस प्रवृत्ति को कोर प्रभाव कहते है|
कोर प्रभाव इकोटॉन की वह प्रवृत्ति है, जिसके द्वारा यह जातियों की अधिक संख्या एवं समष्टि की सघनता को बनाए रखता है| इकोटॉन में प्रमुख रूप से या अधिक संख्या में पाई जाने वाली जातियों को कोर जातियाँ कहते है|
उदाहरण – वन पारितंत्र व चरागाह का सम्मिश्रण से निर्मित पट्टी कोनीफर एवं टुण्ड्रा वनों के मध्य क्षेत्र, नदी एवं समुद्र के मध्य ज्वारनदमुखी आदि|
की स्टोन प्रजाति (key stone species)
वह प्रजाति जिसका समुदाय अथवा पारिस्थितिक पर प्रभाव मात्र उनकी अत्यधिक संख्या के कारण ही नही, बल्कि आशा से कही अधिक उनके कार्यो से अभिव्यक्त होता है, उसे ‘की स्टोन’ प्रजाति कहा जाता है|
ये प्रजातियाँ पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा के प्रवाह, खाद्य श्रृंखला और खनिजों के चक्रण को प्रभावित कर अपनी परस्पर क्रियाओं से समुदाय की संरचना और जैविक घटकों को परिवर्तित कर देती है| उच्च कोटि का परभक्षी या ऐसा पौधा, जो दूसरे जीव जन्तुओं को भोजन और आश्रय प्रदान करता है, क स्टीन प्रजाति बन सकता है|
इकोटाइप एवं इकेड(Ecotype and Ecads)
इकोटाइप एक ही जाति की आनुवंशिक विविधता युक्त दो सम्मष्टियाँ है| इकेड एक ही आनुवांशिक संग्रह युक्त जीवों की समष्टि है, जिसके सदस्य फीनोटिपिक गुण; जैसे -रंग एवं आकार में भिन्नता प्रदर्शित करते है|
पारिस्थितिक कुशलता (Ecological Efficiency)
विभिन्न ऊर्जा स्तरों से होकर ऊर्जा प्रवाह में कितनी ऊर्जा एक स्तर से दूसरे स्तर को उपलब्ध होती है, इसे पारिस्थितिक कुशलता कहते है
जीवोम (Blome)
जलवायु के विभिन्न कारकों के तालमेल से स्थापित होने वाले जीव-जगत को जीवोम कहते है| भौगोलिक स्थिति तथा भू-आकृति के आधार पर इन्हें टुण्ड्रा, उत्तरी शंकुधारी वन, शीपोष्ण पर्णपाती वन, उष्ण कटिबन्धीय मानसूनी वन, उष्ण कटिबन्धीय स्वाना, घास के मैदान, मरुस्थल श्रेणियों में रखा जाता है|
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