Table of Contents
- Saur Urja-सौर ऊर्जा क्या है
- Saur Urja का अर्थ
- जाने सौर ऊर्जा की आवश्कताएँ
- Saur Urja के लाभ
- जाने सोलर पैनल क्या है?
- जाने सोलर पैनल का महत्व
- सोलर पैनल का आविष्कार किसने किया?
- Conclusion
Saur Urja-सौर ऊर्जा क्या है
सौर ऊर्जा एक प्रकार से सूर्य से प्राप्त की जाती है एक प्रकार से सौर ऊर्जा मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है सौर ऊर्जा पेड़-पौधों एवं जन्तु का सहारा है
सौर ऊर्जा का उपयोग विभिन्न प्रकार से किया जाता है जबकी सौर ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में दो प्रकार से बदला जा सकता हे जैसे तरल पदार्थ को सूर्य की ऊष्मा में गर्म करके और दूसरा प्रकाशीय विधुत शैल की सहायता से बदला जा सकता है सूर्य की ऊर्जा को मुख्य रूप से विधुत ऊर्जा में बदलना सौर ऊर्जा कहलाती है
Query :- Saur Urja को विधुत ऊर्जा में कितने प्रकार से बदला जा सकता है?-सौर ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में दो तरीके से बदला जा सकता है पहला तरीका प्रकाशीय विधुत शैल की सहायता से, दूसरा तरीका तरल पदार्थ को सूर्य की ऊष्मा में गर्म करके
Saur Urja का अर्थ
सौर ऊर्जा का अर्थ है सूर्य से निकलने वाली रोशनी और उसकी गर्मी एक प्रकार से सौर ऊर्जा मानी जाती है यह एक प्रकार ऐसा ऊर्जा स्रोत है अन्य ऊर्जा स्रोतों की अपेक्षा अत्यधिक मात्रा में उपलब्ध रहता है जबकि पृथ्वी पर इसका उपयोग विधुत उत्पन्न करने में किया जाता है
Query :- Saur Urja किसे कहते है?-सूर्य से निकलने वाली किरणों की गर्मी को सौर ऊर्जा कहते है
जाने सौर ऊर्जा की आवश्कताएँ
सामाजिक विकास
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कटौती और बिजली की अनुपलब्धता की समस्या मानव विकास में रुकावट उत्पन्न करती है कई क्षेत्रों में मनुष्य ऊर्जा जरूरतों को मिट्टी के तेल से पुरा करते है जिससे सरकारी खजाने को नुकसान होता है
आर्थिक विकास
औधोगिक विकास और कृषि हेतु भारत को बिजली की आवश्यकता है जिसकी आपूर्ति सौर ऊर्जा(Saur Urja) से की जा सकती है भारत सरकार को आर्थिक विकास के लिए विधुत उत्पादन पर आत्मनिर्भरता होने की आवश्यक है जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा
ऊर्जा से सुरक्षा
Saur Urja एक प्रकार से स्वच्छ ऊर्जा की मांग को पूरा करती है सौर ऊर्जा से एक प्रकार से जन्तुओं और मनुष्यों को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान होती है भारत अपनी ऊर्जा जरुरतो को पूरा करने के लिए इस ऊर्जा आयात पर निर्भर रहता है
Saur Urja के लाभ
देखा जाये तो सौर ऊर्जा की आपूर्ति पूरे दिन भर रहती है जबकि विधुत ऊर्जा की मांग सर्वाधिक हो उस समय भी सौर ऊर्जा उपलब्ध रहती है
Saur Urja देश के सभी हिस्सों में मुफ्त है विधुत के तार एवं ट्रांसमिशन का उपयोग सौर ऊर्जा से किया जाता है और ऊर्जा से प्रदुषण की समस्या उत्पन्न नही होती है और स्वच्छ विधुत ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाता है
Saur Urja से फसल उत्पादन के लिए विधुत की आपूर्ति दिन भर मिलती है जिससे विधुत खर्चा की बचत हो जाती है सौर ऊर्जा की सहायता से पूरे देश में विधुत ऊर्जा को बचाकर रखा जा सकता है
सौर ऊर्जा की सहायता से कारखानों एवं फैक्ट्रियो में विधुत ऊर्जा की आपूर्ति समय पर प्राप्त रूप से उपलब्ध हो जाती है
Query :- सौर ऊर्जा का मुख्य लाभ– सौर ऊर्जा से न तो किसी प्रकार की हानी होती है और ऊर्जा से न तो ध्वनी प्रदूषण, न वायु प्रदूषण होता है
जाने सोलर पैनल क्या है?
पैनल ऐसे उपकरण को कहाँ जाता है जो सूर्य से पड़ने वाली किरणों को विधुत ऊर्जा में बदल देता है सोलर पैनल में सिलिकॉन से बने फोटोवोल्टिक सेल लगे होते हैं जब सूर्य की रौशनी इन फोटोवोल्टिक सेल पर पडती है तो यह फ़ोटॉन की ऊर्जा अवशोषित कर लेता है जबकि सूर्य से निकलने वाले कणों को ही फ़ोटॉन कहाँ जाता है इन फ़ोटॉन को सोलर पैनल की मदद से विधुत में परिवर्तन कर लिया जाता है |
जाने सोलर पैनल का महत्व
सोलर पैनल की सहायता से हम Saur Urja उत्पन्न कर पर्यावरण को होने वाली क्षति को रोक सकते है तथा सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर बिजली के बारी बिलों की बचत कर सकते है
सोलर पैलन से विधुत उत्पन्न करने पर ना तो कोई घरेलू गैस का उत्सर्जन होता है तथा इससे हम पर्यावरण को बिना नुकसान पहुचाएँ विधुत उत्पन्न कर सकते है |
सोलर पैनल से विधुत उत्पन्न करने से न तो कोई ध्वनी प्रदूषण, न कोई वायु प्रदूषण होता है भारत में आज कल सोलर पैनल की मदद से Sour Urja से विधुत ऊर्जा उत्पन्न कर बिजली का भरपूर लाभ ले रहे है |
Query :- सोलर पैनल की सहायता से सौर ऊर्जा से हम बिजली का भरपूर लाभ ले सकते है और बिजली के बिलों से छुटकारा भी मिल जाता है
सोलर पैनल का आविष्कार किसने किया?
सोलर पैनल का अविष्कार एलेक्जेंडर एडमंड बैकेलल ने सन् 1839 में फोटोवोल्टिक के इफेक्ट का पता लगया कि सूर्य के प्रकाश की किरण से बिजली बनाई जा सकती है जबकि कहाँ जाता है की सोलर पैनल को बनाने में बहुत से वैज्ञानिको का योगदान है
सोलर पैनल के आविष्कार का श्रेय फ्रांसीसी वैज्ञानिक एडमंड बैकेलल को जाता है सेलेनियम में फोटोकॉन्डक्वास्टिक की पॉवर का पता विलफ्लि स्मिथ ने सन् 1873 में लगाया |जबकि सोलर पैनल के अंदर सबसे बड़ा काम सूर्य की किरणों को अवशोषित करना होता है और सेलेनियम का कार्य प्रकाश की किरणें के सम्पर्क में आने से बिजली पैदा करता है
चार्ल्स फ्रिट्स ने सन् 1883 में रियल में सोलर सेल्स का अविष्कार किया और केल्विन फुलर, और जेराल्ड पियर्सन ने सन् 1954 में सोलर पैनलों का आविष्कार किया |
Conclusion
मुझे पूर्ण विशवास है की मैंने आप लोगों को सौर उर्जा के बारे में पूरी जानकारी दी। और में आशा करता हूँ आप लोगों को ई-मेल का अविष्कार किसने किया ?के बारे में समझ आ गया होगा.
मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की समाज जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.
मेरे द्वारा हमेशा से यही प्रयास रहा है की मैं अपने readers या पाठकों का हर तरफ से सहायता करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी संचय है तो आप मुझे पूछ सकते हैं. मैं जरुर उन सभी संचयो का हल निकालने की कोशिश करूँगा
आपको यह लेख सौर उर्जा कैसा लगा आप हमे जरूर कमेंट के माध्यम से बताये ताकि हम समे और सुधार कर सके और भविष्य में और भी अच्छे लेख आप लोगो तक पंहुचा सके |
धन्यवाद
घड़ी का आविष्कार किसने किया , गूगल का आविष्कार किसने किया
#tag – sour urja , सौर उर्जा
1 thought on “Saur Urja-सौर ऊर्जा”