दर्पण तथा लेंस

दर्पण

वह पदार्थ जो आपतित किरण का कम-से-कम 98% परावर्तित करता है|

यदि कोई वस्तु, दो दर्पण जो कि 0 के कोण पर झुके हुए हो, के बीच में रखी जाए तो कुल

  • N =(360/0-1) प्रतिबिम्ब बनेंगे जब 360/0 यौगिक संख्या है|
  • N =(360/0) जब 360/0 रूढ़ संख्या हो|

गोलीय दर्पण-परावर्तक सतह खोखले गोले का भाग

अवतल दर्पण(Concave Mirror) :-

खोखले गोले का बाहरी सतह रजतित, अभिसारी(Converging), वास्तविक एवं काल्पनिक दोनों प्रकार के प्रतिबिम्ब|

उत्तल दर्पण(Convex Mirror) :-

भीतरी भाग रजित,अपसारी,सदैव काल्पनिक एवं छोटे प्रतिबिम्ब|

आवर्धन =प्रतिबिम्ब की ऊंचाई/वस्तु की ऊंचाई

उपयोग :-

  1. अवतल दर्पण :- सोलर कुकर, परावर्तन दूरबीन, सर्चलाईट, हेड लाइट, टॉर्च, रोगियों के कान, नाक, गला इत्यादि की जाँच, अधिक वक्रता त्रिज्या के दर्पण का प्रयोग, ह्जामती दर्पण के रूप में|
  2. उत्तल दर्पण :- मोटर गाड़ी का साइड मिरर|

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