निकट दृष्टि दोष || दृष्टि दोष के प्रकार

निकट दृष्टि दोष(Short Sightedness or Myopla) || निकट दृष्टि दोष क्या है

निकट की वस्तुओं को देखना पर दूर की वस्तु स्पष्ट नही देख पाना निकट दृष्टि दोष कहलाता है|

निकटदृष्टि दोष के कारण :-

  • नेत्र गोलक का लम्बा होना|
  • नेत्र लेंस का मोटा होना, अर्थात् फोकस दूरी का कम होना|
  • प्रतिबिम्ब का रेटिना से पीछे बनना|
उपचार :-

अवतल लेंस(Concave Lens) का प्रयोग|

दीर्घ दृष्टि दोष(Long Sightedness or Hypermetropia)

निकट की वस्तुओं को नही देखना और दूर की वस्तुओं को देखना दीर्घ दृष्टि दोष कहलाता है|

दृष्टि दोष के कारण :-

  • नेत्र गोलक का छोटा होना|
  • नेत्र लेंस का पतला होना अर्थात् नेत्र की फोकस दूरी अधिक होना|
  • प्रतिबिम्ब का रेटिना से पीछे बनना|
उपचार :-

उत्तल लेंस(Convex Lens) का प्रयोग|

जरादृष्टि दोष(Far Sightedness or Presbyopia)

न तो निकट और न ही दूर की वस्तु को स्पष्ट देखना जरादृष्टि दोष कहलाता है|

जरादृष्टि दोष के कारण :-

नेत्र लेंस की प्रत्यास्थता समाप्त होना|

उपचार :-

बाई फोकस लेंस का उपयोग|

बाईफोकस लेंस :-

ऊपरी आधा भाग-अवतल तथा निचला भाग-उत्तल लेंस

  • सरल सूक्ष्मदर्शी में एक उत्तल लेंस, संयुक्त सूक्ष्मदर्शी एवं खगोलीय दूरबीन में दो-दो उत्तल लेंस तथा गैलीलियो दूरबीन में एक उत्तल और एक अवतल लेंस प्रयुक्त होता है|

अबिन्दुकता दोष(Astigmatism)

क्षैतिज एवं उदग्र रेखाओं को नही देखना|

उपचार :-

बेलनाकार लेंस का प्रयोग|

नोट –

  1. नेत्र लेंस द्वारा वस्तु का वास्तविक एवं उल्टा प्रतिबिम्ब रेटिना पर बनता है|
  2. रेटिना बहुत ही प्रकाश सुग्राही होती है और यह दो प्रकार की तंत्रिका तंतुओं, छड़ एवं शंकु से भरी रहती है|
  3. स्पष्ट दर्शन की न्यूनतम दूरी- 25 सेमी.
  4. नेत्र लेंस- एक उत्तल लेंस

वस्तुओं के रंग का तरंग सिद्धान्त :- अपारदर्शक वस्तु पर पड़ने वाले प्रकाश का कुछ भाग परावर्तित हो जाता है| प्रकाश का जो भाग या रंग परावर्तित होता है, अपारदर्शक वस्तु उसी रंग की दिखलाई पडती है| शेष रंग उस वस्तु द्वारा अवशोषित हो जाते है|

नोट :-

  1. कोई वस्तु काली तब दिखाई देती है जब वह प्रकाश के सभी रंगो को अवशोषित कर लेती है|
  2. सफेद तब दिखाई पडती है जब वह प्रकाश के सभी रंगो को परावर्तित कर देती है|
  3. लाल चश्मे से हरी पत्ती काली इसलिए नजर आती है, क्योंकि लाल चश्मा हरे प्रकाश को अवशोषित कर लेता है|

दृष्टि दोष कितने प्रकार के होते है

दृष्टि दोष चार प्रकार के होते है|

  1. निकट दृष्टि दोष(Short Sightedness or Myopla
  2. दीर्घ दृष्टि दोष(Long Sightedness or Hypermetropia)
  3. जरादृष्टि दोष(Far Sightedness or Presbyopia)
  4. अबिन्दुकता दोष (Astigmatism)

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