डिजिलॉकर: डिजिटल दस्तावेज़ों की सुरक्षा और सुविधा का आधुनिक समाधान
डिजिलॉकर क्या है?
डिजिलॉकर भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) की एक पहल है, जिसे जुलाई 2015 में डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत लॉन्च किया गया था। यह एक सुरक्षित क्लाउड-आधारित प्लेटफॉर्म है जो नागरिकों को उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप से संग्रहित, साझा और सत्यापित करने की सुविधा प्रदान करता है। डिजिलॉकर का उद्देश्य कागज़ी दस्तावेज़ों की आवश्यकता को कम करना और सरकारी सेवाओं की पहुंच को सरल बनाना है।
डिजिलॉकर का उपयोग कैसे करें?
1. खाता बनाना:
- डिजिलॉकर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।
- ‘साइन अप’ पर क्लिक करें और अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- OTP के माध्यम से सत्यापन करें।
- अपना उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड सेट करें।
- आधार नंबर जोड़ें (वैकल्पिक, लेकिन दस्तावेज़ों की स्वचालित प्राप्ति के लिए आवश्यक)।
2. दस्तावेज़ अपलोड करना:
- अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करें।
- प्रत्येक उपयोगकर्ता को 1GB तक का मुफ्त क्लाउड स्टोरेज मिलता है।
3. दस्तावेज़ साझा करना:
- डिजिलॉकर के माध्यम से आप अपने दस्तावेज़ों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों और संस्थानों के साथ सुरक्षित रूप से साझा कर सकते हैं।
- ई-साइन सुविधा का उपयोग करके दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित किया जा सकता है।
डिजिलॉकर में कौन-कौन से दस्तावेज़ स्टोर किए जा सकते हैं?
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC)
- शैक्षणिक प्रमाणपत्र (जैसे CBSE, ICSE, NIOS)
- बीमा पॉलिसी दस्तावेज़
- बैंक स्टेटमेंट
- जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र
- आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र
डिजिलॉकर के प्रमुख लाभ
- कहीं भी, कभी भी पहुंच: अपने दस्तावेज़ों को किसी भी समय, किसी भी स्थान से एक्सेस करें।
- प्रामाणिकता: डिजिलॉकर पर उपलब्ध दस्तावेज़ सरकारी एजेंसियों द्वारा जारी और सत्यापित होते हैं, जिससे उनकी वैधता सुनिश्चित होती है।
- पेपरलेस प्रक्रिया: फिजिकल दस्तावेज़ों की आवश्यकता को कम करके पर्यावरण संरक्षण में योगदान।
- सुरक्षा: 256-बिट SSL एन्क्रिप्शन और ISO 27001 प्रमाणित डेटा सेंटर के माध्यम से उच्च स्तर की सुरक्षा।
- सरकारी सेवाओं की सरल पहुंच: डिजिलॉकर के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाना आसान होता है।
डिजिलॉकर मोबाइल ऐप की विशेषताएं
- एंड्रॉइड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध।
- 4-अंकों का PIN सेट करके ऐप को सुरक्षित बनाया जा सकता है।
- दस्तावेज़ों को आसानी से साझा और एक्सेस किया जा सकता है।
डिजिलॉकर की सुरक्षा विशेषताएं
- 256-बिट SSL एन्क्रिप्शन।
- मोबाइल OTP आधारित साइन-अप।
- ISO 27001 प्रमाणित डेटा सेंटर।
- डेटा की दोहराव प्रणाली और समयबद्ध लॉगआउट।
महत्वपूर्ण लिंक:
निष्कर्ष
डिजिलॉकर एक क्रांतिकारी पहल है जो नागरिकों को उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप से सुरक्षित रखने, साझा करने और सत्यापित करने की सुविधा प्रदान करता है। यह न केवल कागज़ी दस्तावेज़ों की आवश्यकता को कम करता है, बल्कि सरकारी सेवाओं की पहुंच को भी सरल बनाता है। यदि आपने अभी तक डिजिलॉकर का उपयोग नहीं किया है, तो आज ही डिजिलॉकर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना खाता बनाएं और डिजिटल इंडिया की ओर एक कदम बढ़ाएं।
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