नीम गिलोय क्या है (What is Neem Giloy)
नीम गिलोय एक प्रकार से बेल होती है, गिलोय को गुडूची (Guduchi), अमृता आदि नामों से भी जाना जाता है| आयुर्वेद के अनुसार गिलोय की बेल जिस पेड़ पर चढ़ती है उसके गुणों को भी अपने अंदर समाहित कर लेती है, इसलिए नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय की बेल को औषधि के लिहाज से सर्वोत्तम माना जाता है| जिससे इसे नीम गिलोय (Neem giloy) के नाम से जाना जाता है|
नीम गिलोय के फायदे (Benefits of Neem Giloy)
नीम गिलोय एक प्रकार से बेल होती है जो की नीम पर लपटी रहती है| जबकि इसे गिलोय के नाम से भी जानी जाती है| यह गिलोय डायबिटीज, पीलिया तथा कब्ज समेत कई गंभीर बीमारियों के इलाज में महत्वपूर्ण रहती है| गिलोय या गुडूची (Guduchi) के गुणों के कारण ही आयुर्वेद में इसका नाम अमृता रखा गया है जिसका मतलब है यह होता है कि इस गिलोय में औषधि बिल्कुल अमृत समान है|
यह गिलोय बड़े-बड़े आयुर्वेद के अनुसार सांस तथा पाचन संबंधी रोगों केऔर खांसी में भी आरामदायक होती है, आप हमारे साथ बने रहिये गिलोय के फायदे जानने के लिए|
डेंगू में गिलोय का उपयोग (use of giloy in dengue)
डेंगू बीमारी के समय मरीजों में तेज बुखार आने लगती है| जबकि इससे बचने के लिए गिलोय का सेवन प्रचलित है| क्योंकि गिलोय में एंटीपायरेटिक गुण मौजूद रहते है जो बुखार को ठीक करने में मदद करते है और यह इम्युनिटी बूस्टरका कार्य भी करती है|
खांसी में गिलोय का उपयोग (use of giloy in cough)
अगर आपको तेज खांसी चल रही है, तो नीम गिलोय का सेवन फायदेमंद बताया गया है| क्योंकि गिलोय में एंटीएलर्जिक गुण होते है जो खांसी में आराम दिलाते है| तथा खांसी से बचने के लिए गिलोय का सेवन करे|