हवामहल- हवा महल के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा लेकिन हवामहल के इतिहास के बारे में बहुत कम लोग जानते है आज इस लेख में हम आपको हवा महल से सम्बन्धित सभी जानकारी बताएँगे
की हवा महल कहा स्थित है?, हवा महल कितनी मंजिला है? हवा महल का निर्माण किसने और कब कारवाया? हवा महल का वास्तुकार कोन था ?
इस लेख को पूरा पढने पर आपको हवा महल के इतिहास के बारे में सम्पूण जानकारी प्राप्त हो जायेगी यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे जिससे वे भी हवा महल के बारे में बहुत कुछ जान सके
हवामहल कहा स्थित है?
हवामहल की बात करे तो यह जयपुर में स्थित है हवा महल में अनेक झरोखे और खिडकियां होने के कारण हवा महल को “पैलेस ऑफ विंड्स” भी कहा जाता है।
पैलेस ऑफ विंड्स” किसे कहा जाता है?- जयपुर में स्थित हवा महल को पैलेस ऑफ विंड्स” कहा जाता है
हवामहल का निर्माण कब व किसने करवाया?
हवामहल का निर्माण – हवामहल का निर्माण सवाई प्रताप सिंह ने 1799 में करवाया था तथा हवामहल के वास्तुकार लाल चन्द उस्ता थे तथा इस महल के निर्माण में बलुआ पत्थर का प्रयोग किया गया है।यह एकमात्र महल है जो बिना नींव का है, इसे एयर दुर्ग भी कहते है।
एयर दुर्ग किसे कहा जाता है – जयपुर में स्थित हवामहल को एयर दुर्ग कहा जाता है क्योकि यह दुर्ग नींव का है|
हवामहल कितनी मंजिला है?
हवामहल में पांच मंजिले है।
- इनमें पहली मंजिल शरद मंदिर,
- दूसरी मंजिल रत्न मंदिर,
- तीसरी मंजिल विचित्र मंदिर,
- चौथी प्रकाश मंदिर
- और पांचवीं हवा मंदिर कहलाती है
हवामहल की उचाई कितनी है? – हवामहल की ऊँचाई 88 फीट है , हवा महल में 953 जाली, झरोखे व खिडकियाँ है, जिसमें से बड़ी खिडकियाँ 365 है।
हवामहल के आकार की बात करे तो इसका आकार कृष्ण के मुकुट के समान (कर्नल जेम्स टॉड ने) है |
निष्कर्ष –
इस पोस्ट में आपने हवामहल के बारे में जाना है हम इस प्रकार की पोस्ट नियमित रूप से डालते रहते है तो आप इस पोर्टल को रेगुलर विसिट करते रहिये
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