भर सकता है भूखों का पेट, देश में हर साल 96 हजार करोड़ के खाद्य पदार्थ कचरे में बचा भोजन फेंके नही

जी दोस्तों आज के इस लेख ए हम आपको बताने वाले है भर सकता है भूखों का पेट, किस प्रकार के आप अपने शादी पार्टियों में बचे खाद्य पदार्थ की बचत चलों आज आप हमारे इस लेख के साथ बने रहे|

भर सकता है भूखों का पेट (can fill the stomach of the hungry)

देखा जाये तो दुनियाभर में 81.1 करोड़ लोग कुपोषित है? – जैसे कि कैपजेमिनी रिसर्च इंस्टीट्यूट के अध्ययन के मुताबित दुनिया में 81.1 करोड़ लोग कुपोषित है| जबकि 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 45% बच्चों की कुपोषण के कारण मृत्यु हो जाती है|

और फिर भी हर साल लाखों टन भोजन बर्बाद होता है, वह भोजन का आधा भी जरुरतमंदो को दिया जाये तो यह भुखमरी खत्म हो सकती है| जबकि इस भुखमरी को खत्म करने के लिए लगभग 60-70% लोग सजग तथा तैयार है|

इसी भुखमरी को लेकर अफ्रीका के कई देशों में लोग दाने-दाने के लिए तरस रहे है, जिससे देखा जाये तो बहुत-से देशों में लाखों टन खाद्य पदार्थ खराब हो जाते है|

एक अनुमान के अनुसार कुल उपज का 30%गेहूँ, चावल, मक्का आदि बर्बाद हो जाते है| करीब 45% सब्जियाँ कचरे में फेंकी जाती है| जबकि भंडारण सुविधाओं की कमी और सजगता के अभाव में भारत में भी 96,000 करोड़ रूपये के खाद्य पदार्थ कचरे में जाते है|

इंटरनेशनल डे ऑफ अवेयरनेस ऑफ फूड लॉस एंड वेस्ट दिवस के मौके पर जानकारों का कहना है कि समाज को जागरूक कर बड़े नुकसान से बचा जा सकता है|

जबकि हम आधे भोजन की बर्बादी भी हम रोकने में सफल रहे तो खाधान्न समस्या सहित कई चुनौतियों से निजात मिल सकती है|

भारत में 6.87 करोड़ टन भोजन कचरे में

देखा जाये तो भोजन की बर्बादी रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल बनाया है| इसमें संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रोग्राम शामिल है|

यूएनईपी की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 के अनुसार भारत में हर व्यक्ति के पीछे प्रतिदिन 137 ग्राम और साल में औसत 50 kg भोजन खराब होता है| इस आधार पर देश में सालाना 6 करोड़ 87 लाख 60 हजार 163 टन भोजन कचरे में जाता है|

जानिये फेंके जाने वाले भोजन से पर्यावरण को नुकसान

देखा जाये तो कचरे में फेंके जाने वाले भोजन से पर्यावरण को नुकसान होता है| इससे हमारी जैव विविधता प्रभावित होती है| जमीन में माइक्रोप्लास्टिक की मात्रा बढती है| एफएओ के अनुसार बर्बाद खाद्य पदार्थ पर 250 अरब लीटर पानी खर्च होता है| परिवहन से लेकर रसोई में पकाने तक 38% ऊर्जा खर्च होती है| उचित प्रबंधन के जरिए हम पानी और ऊर्जा बचा सकते है|

पोस्ट से सम्बंधित हमारी सलाह

जरुरतमंदो लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए आपके किसी भी प्रोग्राम में बचे खाद्य पदार्थ को फेंके नही उसे जरुरतमंदो लोगों में बाँट सकते है जिससे कई भूखों का भर सकता है पेट और यह भुखमरी दूर हो सकती है|

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